खुद से लडूंगा तो शायद कुछ सीख पाऊंगा। खुद से लडूंगा तो शायद कुछ सीख पाऊंगा।
गर्व में तेरे पला बढ़ा मैं नौ महीने बोझ उठाया दर्द दिया जब पैदा हुआ मेरे लिए माँ तूने गर्व में तेरे पला बढ़ा मैं नौ महीने बोझ उठाया दर्द दिया जब पैदा हुआ मेरे लिए म...
तुम हो ऐसे वीर कि शिला को पिघला सकते होंहै तुम में शक्ति कि पानी में आग लगा सकते हों, तुम हो ऐसे वीर कि शिला को पिघला सकते होंहै तुम में शक्ति कि पानी में आग लगा सकते...
कवि कैसा चोर-सा होड़-सा और मोर-सा कवि कैसा चोर-सा होड़-सा और मोर-सा
कितना रोका वो ही नहीं, शायद मेरा था ही नहीं। कितना रोका वो ही नहीं, शायद मेरा था ही नहीं।
बंजारे है हम राहों के हमें खोजने अपने ठिकाने है। बंजारे है हम राहों के हमें खोजने अपने ठिकाने है।